रायपुर, 14 जून 2020, 20.05 hrs : बलरामपुर जिले में तीन मादा हाथियों की मौत के मामले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बलरामपुर के डीएफओ प्रणय मिश्रा की छुट्टी कर दी है और एसडीओ फाॅरेस्ट एवं रेंजर को सस्पेंड कर दिया ।
हथिनी की मौत के पाँच दिन बाद, वन अमले को इसकी जानकारी मिली । वन अमले की ये गम्भीर चूक और लापरवाही थी, जिसमें हाथियों के विचरण समेत अन्य जानकारी के लगातार अपडेट होने के वन अमले के दावे पर प्रश्न है । वन अमले का दावा रहा है कि वह सरगुजा वन वृत्त में हाथियों की उपस्थिति को प्रतिदिन मॉनीटर करता है ।
राज्य सरकार ने बलरामपुर के डीएफ़ओ प्रणय मिश्रा को हटाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है । इसके अलावा राजपुर रेंज के एसडीओ केएस खूँटिया और रेंजर अनिल सिंह को सस्पेंड कर विभागीय जांच करने के निर्देश जारी किए हैं ।
IFS प्रणय मिश्रा को छत्तीसगढ़ सरकार ने राजनांदगांव का डीएफओ बनाया था । लेकिन, दिल्ली के एक सिफारिशी फोन के बाद वन विभाग ने दस दिन के भीतर उनका राजनांदगांव से बलरामपुर ट्रांसफर कर दिया था । प्रणय रायबरेली के रहने वाले हैं । बलरामपुर बड़ा फाॅरेस्ट डिवीजन तो है ही, बलरामपुर से यूपी का बार्डर लगता है । कभी भी वे यूपी आ-जा सकते थे । ऐसे में, उनका रायबरेली कनेक्शन उस समय काम आ गया था, पर उन्हें यह नहीं मालूम था कि यह छत्तीसगढ़ है यहां कोई कनेक्शन काम नहीं करता ।
भूपेश सरकार इन दिनों फुल एक्शन में है । कई IAS, IPS अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है । हाथियों की लगातार मौत और वन विभाग की लापरवाही ने IFS प्रणय मिश्रा से सरकार को नाराज कर दिया । सरकार ने उन्हें डीएफओ से हटाकर वन मुख्यालय वापिस बुला लिया ।