दुर्ग, 11 जून 2020, 14.05 hrs : दुर्ग के राजस्थानी ढाबा के कुक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत जो गई है । मौत के 14 घण्टे बाद भी कुक का शव, खुले आसामान के नीचे 14 घंटे तक पड़ा रहा ।
मौके पर पहुंची अंजोरा पुलिस लगातार स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम में फोन करते रही, लेकिन उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिली । मंगलवार सुबह 11 बजे बड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह स्वास्थ्य विभाग की टीम रसमड़ा पहुंची और शव को पॉलीथीन में लपेटकर शवगृह पहुंचाया ।
कुक की मौत के बाद जिला अस्पताल के लैब टेक्नालॉजिस्ट ने कोरोना सैंपल कलेक्ट किया । पता चला है कि कुक हरिदास सोमवार को किसी से लिफ्ट लेकर देवरी (महाराष्ट्र) से सीधे रसमड़ा, राजस्थानी ढाबा पहुंचा था जो लॉकडाउन अवधि के दौरान देवरी में था । लंबे समय बाद लौटने की वजह से ढाबा संचालक ने पहले मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल जाने के लिए कहा था ।
इस पर कुक ने आराम करने की बात कहते हुए ढाबा की चारपाई पर आराम करने लगा । रात लगभग 9 बजे ढाबा के कर्मचारियों ने जब हरिदास को अवाज दी तो टस से मस नहीं हुआ । पानी डालने के बाद भी शरीर मे जब हरकत नहीं हुई तो ढाबा संचालक ने अंजोरा पुलिस को सूचना दी ।
108 दो बार वापस लौट गई :
पुलिस कर्मचारियों के मुताबिक जब सांस चल रही थी तब ढाबा संचालक ने 108 को कॉल किया था । 108 के कर्मचारी वहां पहुंचे भी, लेकिन वे यह कहकर लौट गए कि थकावट की वजह से हरिदास बीमार है । थोड़ी देर आराम करने के बाद वह लौट जाएगा । इसके बाद पुलिस ने 108 को दोबारा कॉल किया । तब 108 के कर्मचारियों ने कहा कि मामला संदिग्ध है इसलिए वे शव को हाथ नहीं लगाएंगे ।
स्वास्थ्य विभाग से किसी तरह की मदद नहीं मिलने से अंजोरा चौकी प्रभारी देवशरण सिंह ने शव की निगरानी कराने दो कर्मचारियों को तैनात किया । आधी रात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की । इसके बाद भी किसी तरह से मदद नहीं मिली । चौकी प्रभारी ने गृहमंत्री के बंगला से फोन कराया । इस फोन के लगभग 4 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को मॉरच्युरी पहुंचाया ।