भोपाल, 30 अप्रैल 2020, 20.05 hrs : मध्यप्रदेश में 22 मार्च को हुए राजनीतिक उठापटक के चलते 24 सीटों पर होने हैं उपचुनाव । ये उपचुनाव 6 माह के भीतर होनी है किंतु कोरोना संकट के मद्देनजर ऐसा नहीं लगता है कि ये उपचुनाव तय समय पर हो सकेंगे ।
आज की स्थिति में मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है । बीजेपी के पास 107 सीट हैं वहीं काँग्रेस 97 सीटों पर है और बीएसपी तथा समाजवादी पार्टी को मिला कर 99 पर ही है । सरकार बनाने के लिए काँग्रेस को 17 सीट जितने होंगे ।
उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में काँग्रेस की टिकट से चुनाव लड़कर जीते 24 विधायक, अब राजनीतिक उठापटक के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन करते हुए काँग्रेस छोड़ कर बीजेपी प्रदेश कर चुके हैं और ये अब बीजेपी की टिकट पर उपचुनाव लडेंगे ।
माना यह भी जा रहा है कि इन 24 विधायकों में से यदि कुछ को टिकट नहीं भी मिलती है तो उन्हें आयोग, मण्डल और निगम में कहीं एडजस्ट का आश्वासन दिया जा सकता है ।
वैसे समय सीमा को देखते हुए काँग्रेस ने ज़ोरशोर से तैयारी शुरू करते हुए मध्यप्रदेश काँग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को हटा कर मुकल वासनिक को उनको पार्टी प्रभारी बनाया है । दूसरी ओर, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी काँग्रेस के अपने साथियों और समर्थकों पर डोरे डालना शुरू करते हुए उनसे फ़ोन पर लगातार संपर्क कर रहे हैं ।
पर देखना होगा कि कोरोना वायरस के संकट के मद्देनजर क्या मध्यप्रदेश में उपचुनाव हो पायेंगे । और यदि चुनाव नहीं हुए तो संवैधानिक रास्ते क्या होंगे ?