अंतागढ़ टेपकांड पर मंतूराम पवार ने कहा था कि वो रमनसिंह और अजीत जोगी के 16 खुलासे करेंगे ।
मंतूराम ने आज एक और बड़ा खुलासा । उन्होंने बताया कि मुझे अंतागढ़ चुनाव से नाम वापिस लेने के लिए एनकाउंटर करने की धमकी दी गई थी । मंतूराम ने एक प्रेसवार्ता में खुलासा किया है कि उसे धमकी दी गई थी तुम कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते हो । मंतूराम ने कहा कि मेरा परिवार गांव में रहता है, इसलिए डरकर मैंने अपना नामंकन वापिस ले लिया ।
मंतूराम अपने साथ उन छह प्रत्याशियों के साथ रायपुर प्रेस क्लब पहुंचा था और कहा कि धमकी में नाम वापिस लेने वालों में मेरे अलावा ये छह लोगों ने भी रमनसिंह के दबाव में नामंकन वापिस लिया था जिनका नाम देवनाथ, भीम सिंह उसेंडी, भोजराज नाग, महादेव उसेंडी, समंदर नेताम और चुरेद्र कुमार का नाम है ।
रमनसिंह पर आरोप लगते हुए मंतूराम ने कहा कि अंतागढ़ कांड में रमन सिंह के साथ अजीत जोगी और अमित जोगी भी शामिल हैं जिन्होंने मिलकर षडयंत्र रचा था । अजीत जोगी के चलते ही बीजेपी तीन बार सरकार बनाने में सफल हुई थी हो । मंतूराम का रमन सिंह पर आरोप है कि उन्हें टिकिट देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन उन्हें न विधानसभा का टिकिट दिया गया और न लोकसभा का । उन्होंने कहा कि मुझे रमन सिंह ने बुरी तरह ठगा है ।
मंतूराम ने कहा कि अंतागढ़ कांड में मोहरा बनाकर बीजेपी ने मेरा अपमान किया है । पैसों का लालच दिया और जान से मारने की धमकी दी जाने लगी, उन्होंने कहा कि मैं आज भी दबाव में हूं । अजीत जोगी और रमन सिंह ने मुझे इस कांड में मुझे फंसाया है ।
मंतूराम ने यह भी बताया कि इन छह प्रत्याशियों को एक-एक करोड़ दिया जाएगा लेकिन, किसी को पचास तो किसी को 40 हजार दिया गया । सभी छह प्रत्याशियों ने मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत बयान दर्ज करा दिए हैं । इनमें रमन सिंह, अजीत जोगी, अमन सिंह और राजेश मूणत का नाम से धमतरी थाने में शिकायत भी की गई है । मंतूराम ने अपील की है कि रमन सिंह ने आदिवासियों के साथ घोखा किया है इसलिए दंतेवाड़ा की जनता बीजेपी को चुनाव में ज़रूर परास्त करें ।