डॉ. चरणदास महंत अपने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के “सत्याग्रह सदन” पहुंचे, जिसे “गांधी हाउस” भी कहा जाता है । सत्याग्रह सदन जॉहन्सबर्ग के ऐतिहासिक धरोहर के तौर पर पंजीकृत है ।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत के साथ उनकी पत्नी, कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत और पुत्र सूरज महंत भी थे जिन्होंने “डॉ नेल्सन मंडेला square” की भी जानकारी ली।
बता दें कि महात्मा गांधी जॉहन्सबर्ग में वर्ष 1908 से 1909 तक रहे और यही उनका कार्यस्थल भी था ।