रायपुर, 21 मार्च 202, 13.25 hrs : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “जनता कर्फ़्यू ” की घोषणा का मतलब समझिए । “जनता कर्फ़्यू” का पालन कर हम कोरोना वाइरस के संक्रामण से बच सकते हैं ।
दरअसल, करोना वायरस एक स्थान पर अधिकतम 12 घंटे जिंदा रहता है । जनता कर्फ्यू है 14 घंटे के लिए है । देखा जाए तो हम, शनिवार की रात यदि 10 या 11 बजे भी सोते हैं, और सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक 14 घंटे घर मे ही रहते है, इसके बाद फिर रात मे 9 बजे के बाद हम फिर सोकर सुबह 6 या 7 बजे उठते है, तो जोड़िए कितने घंटे हम अकेले मे रहेंगे ?
शनिवार रात 10 बजे से रविवार रात 10 बजे = 24 घंटे (इसमे “जनता कर्फ़्यू” का सुबह 7 से रात 9 बजे तक का वक़्त भी जुड़ा हुआ है)
रविवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे = 9 घंटे
कुल लगभग 33 घंटे
तो शनिवार रात से सोमवार सुबह 7 बजे तक हम अकेले मे रहेंगे । और इसी तरह हम “जनता कर्फ़्यू का हिस्सा बन कर इस भीषण महामारी से बच सकते हैं । तो हम इस प्रकार संक्रमित क्षेत्र 33 घंटे के लिए अनछुआ रहेंगे, जिससे इस वायरस के आगे फैलने की कड़ी टूट जाएगी और हमारा देश सुरक्षित देश बन जाएगा । यही उद्देश्य है जनता कर्फ्यू लगाने के पीछे ।