अहमदाबाद, 14 फरवरी 2020, 12.30 hrs : 24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के अहमदाबाद दौरे पर छुपाई जा रही है भारत की गरीबी ।
यह जीवन की क्रूर सच्चाई है कि भारत मे पर देश मे लगभग 6 करोड़ लोग झुग्गियो में रहते हैं । देश मे कुछ वर्ष पहले झुग्गियों पर एक फ़िल्म भी बनी थी “स्लम डॉग मिलिनेर” जिसे ऑस्कर अवार्ड मिल चुका है ।
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प को ना दिखे इसके लिए झुग्गियों के आगे एक लंबी दीवार बनाई जा रही है । नई बन रही लगभग आधी किलोमीटर यह दीवार अहमदाबाद एयरपोर्ट से गाँधी नगर के बीच पड़ रही झुग्गियों के सामने बनाई जा रही है । इस दीवार के पीछे सराय निवास नाम की एक बस्ती है । यहाँ के लोग अचानक दीवार बनने से हैरान भी हैं और चिंतित भी की उनके उनके आने जाने का रास्ता कहीं बन्द नजे हो जाये ।
यह दीवार इसलिए भी बनाई जा रही है कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प जब भारत आये तो उन्हें ये झुग्गियां ना दिखे । 2014 में जब चीन के राष्ट्रपति आये थे तब उनके रास्ते मे पड़ने वाली झुग्गियों और बस्तियों को हरे पर्दे से कवर कर दिया गया था । इस बार दीवार बनाई जा रही है ।
यहाँ रहने वाले 2000 से अधिक, अलग अलग हुनर के लोग रहते हैं । बस्ती में बिजली तो है मगर शौचालय और स्नान घर मे पानी नहीं है । दूर से पानी लाना पड़ता है । यहाँ के लोगों का कहना है कि सच्चाई छिपाने के लिए दीवार ही बनानी थी तो उनके घर ही पक्के बन जाते जिससे घरों को छिपाने की ज़रुरत नहीं पड़ती ।गरीबी छिपाने से ज़्यादा ज़रूरी है गरीबी हटाना ।
हैरानी की बात है कि इस दीवार को बनाये जाने के विषय में वहाँ की मेयर बिजल पटेल को भी पता नहीं है ।
प्रश्न यह है कि ट्रम्प से असलियत छुपाने की कोशिश क्यों ?