दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही दिन मतदान होंगे । इसके लिए 2689 स्थानों पर 13757 पोलिंग स्टेशन निर्धारित किये गये हैं । मुख्य चुनाव आयुक्त श्री अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में करीब एक करोड़ 47 लाख मतदाता हैं । चुनाव संपन्न कराने के लिए 90 हजार कर्मचारी तैनात होंगे ।
ज्ञात हो कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो जाएगा । ऐसे में 22 फरवरी से पहले नई सरकार का गठन हो जाएगा । दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों में से 58 सामान्य और 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं ।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव में आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस प्रमुख दल हैं । साल 2015 के विधानसभा चुनाव में पूरे देश को अचंभित कर बीजेपी और काँग्रेस को बहुत पीछे छोड़ केजरीवाल की “आम आदमी पार्टी” सबसे अधिक सीट जीत कर सरकार बनाई ।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में “आम आदमी पार्टी” ने 67 seats जीतीं जबकि केंद्र में सरकार होने के बावजूद, बीजेपी को हिस्से में सिर्फ़ 3 seats आयी । वहीं काँग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली । अब साल 2020 में देखना होगा कि दिल्ली की जनता, देश के “सर” पर कौन सा दल पहनती है । वैसे, अभी तक तो “आम आदमी पार्टी” का पड़ला ही भारी दिख रहा है जिसने विकास के अनेक कार्य किये हैं ।