रायपुर, 16 जनवरी 2025, 8.00 pm : छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच में अब ईडी ने पूर्व आईएस विवेक ढांड को मास्टर माइंड बताया है ।
घटनाक्रमों से यह भी पता चला रहा है कि इन सबका मुख्य सरगना जो राजनीतिक पोशाक का चोला ओढ़कर अपने इशारे पर घोटाले का ऐसा तानाबाना बना डाला जिसने राजस्व को भारी क्षति पहुंचाते हुए, छत्तीसगढ़ के एक बड़े वर्ग को अमानक शराब पिलाने का काम किया.
अभी ईडी ने अपनी नोट शीट में विवेक ढांड ही पूरे घोटाले के अहम किरदार अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और अरुण पति त्रिपाठी काम कर रहे थे. विवेक ढांड को इस घोटाले मे हिस्सेदारी भी मिलना बताया गया है.
ईडी ने एक दिन पहले ही पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को रिमांड पर लिया है. इसके साथ ही ईडी ने अपने दस्तावेजों में पूरे घोटाले का खाका खींचा है, जिसमें बताया गया कि किस तरह से पूर्व आईएएस अधिकारी विवेक ढांड के निर्देशन में अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और अरुण पति त्रिपाठी ने फरवरी 2019 से लेकर जून 2022 के बीच 2 हजार 161 करोड़ की अवैध कमाई की ।
28 दिसंबर 2024 को ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर छापा मारा था । टीम रायपुर के धरमपुरा स्थित कवासी लखमा के बंगले पहुंची थी । पूर्व मंत्री की कार को घर से बाहर निकालकर तलाशी ली गई। साथ ही, कवासी के करीबी के घर और सुकमा जिले में लखमा के बेटे हरीश लखमा और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी गई ।