नई दिल्ली, 29 सितंबर 2022, 12.05 hrs : पूर्व मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजयसिंह आज पहुंचे दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय । राष्ट्रीय अध्यक्ष पद चुनाव के लिए लिया नामांकन पत्र ।
आज सुबह दिग्विजयसिंह काँग्रेस मुख्यालय पहुंच कर अपने लिए नामांकन पत्र लिया । उन्होंने पत्रकारों को बताया कि वे नामांकन पत्र ले चुके हैं और कल अपना नामांकन दाखिल करेंगे ।
बता दें कि आलाकमान की पहली पसंद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे । पर अचानक राजस्थान में उठा सियासी बवाल । राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना पाले गहलोत अपना मुख्यमंत्री पद भी छोड़ना नहीं चाहते थे । राजस्थान के मुख्यमंत्री की दौड़ में सचिन पायलट का नाम उछलने लगा । गहलोत ने अपना जादू दिखाया और पायलट के विरोध में 82 विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया । और यहीं से गहलोत की उलटी गिनती शुरू हो गई । सब ये मानने लगे कि इस्तीफे गहलोत के इशारे पर ही हुआ है ।
इधर आलाकमान ने राजस्थान में हो रहे घटनाक्रम से बेहद नाराज हो कर लगातार अपने लोगों को जयपुर भेजा । जयपुर पहुंचे लोगों की रिपोर्ट के बाद राजस्थान के 3 विधायकों को नोटिस और जादूगर गहलोत को क्लीन चिट दी गई ।
इन सब सीन के बाद अब गहलोत तो अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गए पर उनके स्थान पर कौन अध्यक्ष हो सकता है इस पर भारी मंथन किया जाने लगा । दिग्विजयसिंह, शशि थरूर, मुकुल वासनिक, खड़गे जैसे अनेक नेताओं के नाम आये ।
इन्हीं सब डेवलोपमेन्ट के बाद अब दिग्विजयसिंह ने भी सक्रियता दिखाते हुए नामांकन पत्र लिया है । और दिग्विजय सिंह बिना आलाकमान के इशारे के कोई काम नहीं करते हैं ।
गहलोत अब शर्तों के साथ CM पद छोड़ने को तैयार हो गए हैं । वे सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते हैं । आज वे सोनिया गांधी से करेंगे मुलाकात । पर उन्हें अभी तक टाइम नहीं मिला है । वैसे वो सोनिया गांधी से मिलने जोधपुर हाउस से निकल चुके हैं । शायद उन्हें सोनिया गांधी का समय मिल गया है । उनका यह भी कहना है कि मीडिया में ये छोटी छोटी बातें तो चलती ही रहती हैं ।
बदले माहौल से लगता है कि गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद तो गया ही अब देखना यह है कि उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी कब तक रहती है ।
सबकी नजर अब आलाकमान के अगले क़दम पर है ।