जशपुरनगर, विशबन्धु शर्मा की रिपोर्ट। जशपुर जिले के विकासखंड दुलदुला में एक ऐसी शव यात्रा निकली कि सभी वर्ग के लोग इसमें शामिल हुए ।
प्रारंभ में शव यात्रा को देख लोग आश्चर्यचकित हुए तो कुछ ने मजाक भी बनाया । लेकिन जब पूरी कहानी पता चली तो सभी के होश उड़ गए और सभी ने इस शव यात्रा के उद्देश् को सहारा और दिए जा रहे संदेश को भी अनुकरण करने का संकल्प लिया ।
यह शव यात्रा प्लास्टिक को लेकर थी और उददेश्य प्लास्टिक मुक्त पंचायत बनाना था । जशपुर जिले में प्लास्टिक मुक्त हेतु जिस अभियान की शुरुआत 20 सितंबर को कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर ने प्रारंभ की थी, उसी प्लास्टिक प्रबंधन एवं प्लास्टिक प्रतिबंध हेतु कलेक्टर निलेश कुमार के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके मंडावी के सानिध्य में ग्राम पंचायत दुलदुला में, प्लास्टिक मुक्ति हेतु स्वस्थ जीवन, समृद्ध जीवन, स्वच्छ वातावरण हेतु प्लास्टिक मुक्त शव यात्रा निकाली गई ।
शव यात्रा, ग्राम पंचायत के उपसरपंच रमेश चंद्र गुप्ता, सचिव रामदेव नायक वार्ड पंच, स्व सहायता समूह की महिलाएं एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं में उत्साह के साथ प्लास्टिक मुक्त शव यात्रा ग्राम पंचायत भवन से अटल चौक, जनपद चौक बाजार एवं गांव में निकली गई । प्लास्टिक मुक्त बनाने हेतु संदेशों का वाचन करते हुए, प्लास्टिक मुक्त हेतु यह पहली शव यात्रा थी ।
छोटी-छोटी की थालीयो में लिखा संदेश
विद्यार्थियों ने छोटी—छोटी थालियों में “धरती को बंजर बनाती हुॅ, भू-जल कम करती हूं, कैंसर फैलती हूँ” के माध्यम से “प्लास्टिक कैंसर का कारक है, प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक है, प्लास्टिक मानव जनजीवन के लिए हानिकारक है, प्लास्टिक मवेशियों के लिए हानिकारक है” नारों के माध्यम से जानकारी से अवगत कराया ।
आज की प्लास्टिक मुक्त शव यात्रा में लगभग 500 छात्रों एवं ग्रामीण महिलाओं एवं युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । दुलदुला और जशपुरिया को प्लास्टिक मुक्त बनाने हेतु यह संकल्प लिया कि हम अपने दैनिक कार्यो में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करेंगे और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने, स्वच्छता सिपाही के लिए कार्य करेंगे ।
कैंसर का सबसे बड़ा कारण
शव यात्रा को देखकर पहले तो लोगों ने खूब ठिठोली की किंतु जब शव यात्रा के पश्चात जिला सलाहकार राजेश जैन ने प्लास्टिक के दुष्परिणामों को बतलाया तब अधिकांश लोग दांतो तले उंगलियां दबाने लगे । चर्चा में उन्होंने बताया कि यदि हमारे जीवन से प्लास्टिक समाप्त हो जाए तो हमारा जीवन स्वास्थ्य समृद्धि बन सकता है । आज प्लास्टिक कैंसर का बहुत बड़ा कारण है, जिससे लाखों की संख्या में लोग कैंसर से पीड़ित हैं । परिणाम स्वरूप जिंदगी भर की पूंजी दवाइयों में खर्च हो जाती है और गरीबी पीछा नहीं छोड़ती । प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से आम रास्ता, चौक चौराहे पर गंदगी का अंबार लगा रहता है । प्लास्टिक जल्द समाप्त ना होने वाली वस्तु है, इसके बढ़ते उपयोग से उपजाऊ भूमि बंजर बन रही है एवं प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से भूजल में कमी हो रही है ।
कलेक्टर द्वारा प्लास्टिक मुक्त जशपुर बनाने के लिए महिलाओं को अग्रणी रखते हुए दोना-पत्तल का कार्यक्रम एवं रणनीति तैयार की जा रही है जिसके तहत महिलाओं को प्रशिक्षित कर दोना-पत्तल बनाने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा । नतीजा सामूहिक कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यक्रम शासकीय कार्यक्रमों में उपयोग होने वाले प्लास्टिक का उपयोगिता बंद होना चाहिए । ताकि हमारा जशपुर प्राकृतिक रूप से सुंदर, मनोरम और समृद्ध जशपुर के नाम से देश में अपना नाम शीर्ष पर रख सकें ।