उत्तराखंड में भिलाई के 55 टूरिस्ट घूमने के लिए गये हुए थे जिनमें 44 महिलाएं हैं । ये सभी भारी बारिश के कारण कसौली से नैनीताल के बीच कैंची धाम के पास टूरिस्ट फंसे गये थे । नैनीताल के डीएम के नेतृत्व में इन सभी को सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य शुरू हो गया है । भिलाई के तीर्थ यात्रियों को कैंची धाम के एक शासकीय स्कूल में ठहराया गया है, । वर्तमान में उस क्षेत्र के थाना प्रभारी और स्थानीय लोगों द्वारा तीर्थयात्रियों के भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
एरोबिक्स टीचर जूही मिश्रा के साथ सभी इस टूर पर गए थे जिसमें इस्पात नगरी भिलाई के छह पुरुष, पांच बच्चे सहित 55 लोगों की टीम जिसमें 44 महिलाएं शामिल हैं, 14 अक्टूबर को उत्तराखंड तीर्थ यात्रा पर निकले इन सभी तीर्थ यात्रियों को 19 अक्टूबर को वापसी में दिल्ली से ट्रेन पकड़नी थी । इसी बीच सभी यात्री नैनीताल और अल्मोड़ा के बीच भारी बारिश व भूस्खलन के तांडव में तीर्थ यात्रियों की बस वहीं फंस गई ।
सभी तीर्थ यात्रियों ने रात बस में गुजारी फिर सुबह किसी तरह टाउनशिप की कुछ महिलाओं ने अपने परिजनों से सम्पर्क कर तीर्थ यात्रियों के लिए सहयोग और सहायता माँगी । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, सांसद विजय बघेल, की पहल पर शासन-प्रशासन अपने स्तर पर इन तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना की मदद से पूरी कोशिश में लगे हुए हैं ।