नई दिल्ली, 20 अगस्त 2021, 18.55 hrs : कांग्रेस राष्ट्रीयअध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी एकजुटता के तहत प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ डिजिटल बैठक ली हैं ।
बैठक में पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड के मुख्यमंत्री शामिल थे । सोनिया गांधी ने देश के प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों को साथ सरकार को घेरने की कोशिश में हैं । विपक्षी दल राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने के लिए प्रयासरत हैं जिससे 2024 लोक सभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी चुनौती दिया जाये ।
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों के नेताओं के साथ की गई बैठक में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है । उन्होंने कहा कि सिर्फ संसद में ही नहीं, बल्कि बाहर भी विपक्षी दलों को एकजुट होना चाहिए । कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दल के नेता शामिल हुए जिसमें टीएमसी, एनसीपी, डीएमके, शिवसेना, जेएमएम, सीपीआई, सीपीएम, एनसी, आरजेडी, एआईयूडीएफ आदि के नेताओं ने हिस्सा लिया ।
बैठक के जरिए विपक्ष ने अपनी ताकत दिखाई है । विपक्षी दल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इस बैठक में शामिल थे ।
बीएसपी को इस बैठक में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था, लेकिन पार्टी इस बैठक में शामिल नहीं हुई । बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने बैठक से दूरी बनाई हुई किंतु आम आदमी पार्टी को न्योता नहीं दिया गया । समाजवादी पार्टी भी वर्चुअल बैठक में नहीं पहुंची । सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से इस बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि रामगोपाल यादव के घर पर किसी का निधन हो जाने की वजह से सपा बैठक में नहीं पहुंच सकी ।
बैठक में सोनिया गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट होने का आहवान किया है । यह पहली बार है जब सोनिया गांधी ने बीजेपी के खिलाफ सियासी लड़ाई में विपक्ष को एकजुट होकर 2024 को लक्ष्य बनाने की अपील की है । बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, ”राष्ट्रहित के लिए न सिर्फ संसद में बल्कि, संसद के बाहर भी एकजुट हों ।”
संसद में विपक्ष की एकजुटता का प्रमाण देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार को विपक्ष की एकता की वजह से ओबीसी बिल में संशोधन करना पड़ा । उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के अड़ियल रवैया के वजह से मॉनसून सत्र नहीं चल पाया । बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यह यूनिटी आगे के पार्लियामेंट सेशन में भी नजर आएगी पर उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है 2024 की सियासी लड़ाई 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियों को एक साथ रणनीति बनाने की अपील भी की गई ।
सोनिया गांधी ने कहा कि हम सबके अपने मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रहित में हमें एक साथ आना होगा । कांग्रेस पार्टी की तरफ से सोनिया गांधी ने कहा कि इस मसले पर कांग्रेस पार्टी के प्रयासों में कोई कमी नहीं मिलेगी ।