रायपुर, 27 जुलाई 2021, 16.05 hrs : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र आज दूसरे दिन ही कल तक के लिए स्थगित हो गई । स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की नाराजगी, इतिहास के पन्नों में दर्ज ।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव अपनी ही सरकार पर सवालिया निशान लगाते हुए सदन से वाक आउट कर गए । सदन से वो सीधे अपने निवास पहुँचे और लोगों से नहीं मिले । बाद में मुख्यमंत्री बघेल द्वारा फ़ोन कर उन्हें बुलाये जाने पर दोबारा विधानसभा पहुँचे । वहाँ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कल मैं आऊँगा या नहीं ये आज देर शाम रात के डेवलपमेंट पर निर्भर करता है ।
विपक्षी भाजपा विधायकगण कांग्रेस विधायक वृहस्पत सिंह व्दारा स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए जाने की घटना की विधानसभा की समिति से जांच कराने की मांग उठाते हुए गर्भ गृह में प्रवेश कर गए । विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी ।
कांग्रेस के ही विधायक वृहस्पत सिंह ने मीडिया के सामने कहा कि सिंहदेव ने मुख्यमंत्री बनने के लिए मेरी हत्या करवाने की कोशिश की है ।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि जो कुछ टीवी पर आया मैंने देखा है। । वृहस्पत सिंह के दो अलग-अलग नंबर पर मैंने फोन लगाया, उनका फोन नहीं उठा । 25 व 26 दोनों तारीखों में मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई । इसलिए मेरा कोई दायित्व नहीं बनता है।
अध्यक्ष के इस कथन के बाद भाजपा के कुछ विधायक बोलने को ही थे कि स्वास्थ्य मंत्री टी.ए. सिंहदेव अचानक खड़े होकर रांधे गले से कहा कि अब बहुत हो गया । मैं भी एक इंसान हूं । मेरे बारे में, मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं। शायद कुछ छुपे हुए पहलू हों । मेरे माता-पिता और मेरे परिवार के बारे में सब जानते ही होंगे । चेम्बर में मुख्यमंत्री व अन्य ने बातचीत के लिए बुलाया था । फिर बात कहां पर जाकर अटक गई । जब तक मेरी स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती मैं खुद को इस सदन की कार्यवाही में सम्मिलित होने के योग्य नहीं समझता । यह कहने के बाद सिंहदेव सदन से बहिर्गमन कर गए । सिंहदेव के बाहर निकलते ही भाजपा विधायकों ने सरकार पर निशाना साधते हुए हंगामा मचाना शुरु कर दिया । अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी ।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इतिहास की यह पहली घटना है । ऐसा कभी ना लोकसभा में हुआ और न विधानसभा में । स्वास्थ्य मंत्री दुखी होकर इस सदन से गए । जब तक सारी बातें साफ नहीं हो जाती सदन को चलाने का कोई औचित्य नहीं । सदन की कमेटी बनाकर इस घटना की जांच कराई जाए । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूरे सदन के मान सम्मान का विषय है । पूरा छत्तीसगढ़ सच्चाई से अवगत होना चाहता है । संयुक्त विधायक दल की समिति बनवाकर मामले की जांच करवाई जाए ।
विपक्षी विधायकगण अपनी बात रख ही रहे थे कि विधानसभा अध्यक्ष ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम अनुपूरक बजट रखने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम पूकारा । मुख्यमंत्री अनुपूरक बजट पेश कर ही रहे थे कि सारे भाजपा विधायक शोर मचाते हुए गर्भ गृह में अध्यक्ष की आसंदी के सामने आ खड़े हुए । अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दूसरे दिन 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी ।