क्या बैजेन्द्र कुमार होंगे छत्तीसगढ़ के अगले मुख्य सचिव ?
यह सवाल आज के छत्तीसगढ़ के नेता, अधिकारी, व्यापारी वर्ग या सामाजिक क्षेत्रों के लोगों में चर्चा का विषय है ।
1985 बैच के आईएएस एन बैजेंद्र कुमार की प्रदेश वापसी पर लोग उम्मीद लगा रहे हैं । बैजेंद्र कुमार फिलहाल एनएमडीसी में सीएमडी हैं । पता चला है कि पिछले कुछ महीनों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हुई उनकी लगातार मुलाकातों ने कईयों कइयों को बेचैन कर रखा है । कुछ बड़े अफसर इन मुलाकातों को भविष्य की पोस्टिंग से जोड़कर देख रहे हैं।
दरअसल बैजेंद्र कुमार का कार्यकाल एनएमडीसी में खत्म होने को है। कुमार छत्तीसगढ़ कैडर के अधिकारी हैं इसलिए वे यहां लौटने के लिए मुख्यमंत्री से अपने रिश्तों को पटरी पर बैठा रहे हैं। वे ये कार्ड खेल सकते हैं कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में वे दिल्ली चले गए थे, मतलब वे पिछली सरकार के अंतिम कार्यकाल में सहज महसूस नहीं कर रहे थे ।
वैसे देखा जाए तो कैडर में वरिष्ठता क्रम में सबसे ऊपर 1983 बैच के अजय सिंह हैं । पिछली सरकार में वे मुख्य सचिव थे, लेकिन उन्हें राजस्व मंडल के अध्यक्ष बना दिया गया । चूंकि उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटाकर राजस्व मंडल भेजा गया है तो उनका नाम इस दौड़ में नहीं हो सकते है। कैडर के हिसाब से दूसरे नंबर पर 1985 बैच के एन. बैजेंद्र कुमार ही हैं । तीसरे नंबर पर 1986 बैच के डॉ. आलोक शुक्ला हैं जो नान घोटाले में नाम आने के बाद से लूप लाइन में हैं ।
इनके अलावा जिनके नाम सबसे ज्यादा मुख्य सचिव के लिए हैं, वो हैं बीवीआर सुब्रमण्यम, सीके खेतान और आरपी मंडल। 1987 बैच के दो अफसर सीके खेतान और आरपी मंडल दोनों सुब्रमण्यम से ऊपर हैं । लेकिन राज्य सरकार की पहली पसंद बीवीआर सुब्रमण्यम माने जा रहे हैं। वे फिलहाल जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सीके खेतान या आरपी मंडल में से कोई एक सीएस बन सकता है। लेकिन वर्तमान मुख्य सचिव सुनील कुजूर को एक्सटेंशन नहीं मिलने और सुब्रमण्यम के वापस ना आने की दशा में ही ऐसा संभव हो सकता है।
जहां तक बैजेंद्र कुमार की बात है तो वे नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एनएमडीसी) का अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) हैं । 1985 बैच के आईएएस कुमार को केंद्र ने सचिव पद के लिए इंपैनल किया था । सीएमडी का यह पद उसी के समकक्ष है । कुमार छत्तीसगढ़ कैडर के पहले आईएएस हैं, जिन्हें किसी केंद्रीय उपक्रम में सीएमडी बनाए गए हैं जो मूलतः केरल के मूल निवासी हैं ।
बैजेन्द्र कुमार अविभाजित मध्यप्रदेश कैडर के बाद साल 2000 में छत्तीसगढ़ आए थे । इससे पहले वे दिल्ली एम्स के प्रशासनिक प्रमुख, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह के निज सचिव और फिर केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय में काम कर चुके हैं । एन बैजेंद्र कुमार ने अर्जुन सिंह के बाद डॉ रमन सिंह के सचिव के रूप में लंबा कार्यकाल पूरा किया ।