रायपुर, 5 नवंबर ब2020, 22.00 hrs : कोरोना संक्रमण के इस दौर में, इस वर्ष छत्तीसगढ़ में छठ महापर्व कोविड-19 के गाइडलाइन के तहत मनाया जाएगा । सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान रखते हुए प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है ।
श्रद्धालुओं से यह अपील भी की है कि वो अपने घरों में घाट स्थापित कर छठ माता की पूजा करें. दिवाली के छह दिन बाद मनाए जाने वाले महापर्व छठ के दौरान भीड़ न उमड़े इसको देखते हुए प्रशासन ने इसे सार्वजनिक रूप से मनाने पर रोक लगाई है.
कोरोना के कारण त्योहारों का स्वरूप बहुत बदला हुआ है । दुर्गा पंडाल और गरबा को लेकर प्रशासन की पाबंदी के बाद अब छठ पूजा भी सामूहित स्तर पर आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया गया है ।
दुर्ग प्रशासन ने समाज प्रमुखों की बैठक बुलायी थी जिसमें इस बात का निर्णय लिया गया कि इस बार तालाब व घाटों में सामूहिक स्तर पर छठ का आयोग नहीं होगा, बल्कि लोग अपने-अपने घरों में प्रतीकात्मक तालाब बनाकर भगवान सूर्य की अराधना करेंगे ।
पूर्व में अंबिकापुर सहित कुछ अन्य जिलों में भी सामूहिक स्तर पर छठ घाट पर पूजा आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया गया है । 20 नवंबर को पूरे देश में छठ पूजा मनाया जायेगा ।