नई दिल्ली, 30 अक्टूबर 2020, 18.55 hrs : देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं । कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा बढ़ गई है । वैसे, इस बारे में एम्स निदेशक डॉक्टर गुलेरिया पूरी तरह इनकार करते हैं ।
तीसरी लहर से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि अभी दूसरी लहर ही है जो फिर से तेज हो गई है । उन्होंने सावधानी बरतने में ढिलाई का भी उल्लेख किया और कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से नहीं किया गया । मास्क लगाने में भी ढिलाई बरती गई ।
डॉ. गुलेरिया ने इसके लिए मौसम और प्रदूषण को भी जिम्मेदार बताते हुए कहा कि प्रदूषण के कारण वायरस अधिक देर तक हवा में रहता है । प्रदूषण और वायरस, दोनों ही फेफड़े को प्रभावित करते हैं । उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ । यूरोप और अन्य देशों का उदाहरण देते हुए डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि मास्क जरूर लगाएं । जरूरी काम न हो तो बाहर न जाएं । डॉ. गुलेरिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हम सावधानी नहीं बरतेंगे तो और भी ज्यादा मामले सामने आएंगे ।
<span;>एम्स के निदेशक ने कहा कि युवा वायरस को लेकर लापरवाह हैं । <span;>उन्हें लगता है कि माइल्ड इंफेक्शन होगा और हमें कुछ करने की जरूरत नहीं है । इस धारणा को गलत बताते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि युवा वायरस को घर ले जा रहे हैं और बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं ।</span;></span;>
डॉक्टर गुलेरिया ने वैक्सीन आने की उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ नई दवाएं भी आएं, जो इस वायरस को अच्छे से कंट्रोल कर पाएं । उन्होंने कहा कि वैक्सीन आने से कोरोना के मामले काफी कम होंगे । फ्लू शॉट को लेकर उन्होंने कहा कि इन्फ्लूएंजा और फ्लू की वैक्सीन लगवाने से कोरोना से बचाव हो सकेगा, यह गलत धारणा है । इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए ये वैक्सीन कारगर है । कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क जरूरी है ।
अगले कुछ हफ्ते सतर्क रहने की जरूरत : प्रदूषण और कोरोना की दोहरी चुनौती को लेकर एम्स के निदेशक ने कहा कि जब तक बेहद जरूरी न हो, बाहर न जाएं । जाना जरूरी भी हो तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धूप निकलने के बाद जाएं । उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं । दिवाली के बाद तक मामले कम होते रहे तो कह सकेंगे कि पीक खत्म हो गया है । हमें आने वाले कुछ हफ्ते तक अधिक सतर्क रहने की जरूरत है ।
दोबारा भी हो सकता है कोरोना का संक्रमण : दिवाली और छठ पूजा को लेकर डॉ. गुलेरिया ने कहा कि लोगों से वर्चुअली मिलें, त्योहार थोड़ा कम मनाएं । इस साल स्वास्थ्य जरूरी है । जो बचेगा वो अगले साल पूरा कर लेंगे । कोरोना से दोबारा संक्रमण के मामलों को लेकर उन्होंने कहा कि माइल्ड इंफेक्शन वालों को फिर से इंफेक्शन हो सकता है । एक बार कोरोना होने के बाद फिर से भी संक्रमण हो सकता है ।
एम्स निदेशक ने कहा कि इम्यूनिटी कम होने लगती है, तो फिर से संक्रमण का खतरा है । कुछ लोगों की इम्यूनिटी तीन से चार महीने बाद धीरे-धीरे कम होने लगती है । ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि किसे कितने समय तक प्रोटेक्शन रहेगा ।