अब किसी भी डाक घर से निकाल सकेंगे बैंक खाते का पैसा, क्यूआर कोड से भुगतान की सुविधा

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दिल्ली, 24 फरवरी 2020, 14.30-hrs : भारतीय डाक सेवा से जुड़ा बैंक – इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) अपने उपभोक्ताओं को अत्याधुनिक मोबाइल बैंकिंग सुविधा देने के लिए अप्रैल से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से जुड़ने की तैयारी में है ।

इसके बाद डाक घर के उपभोक्ता अपने किसी भी बैंक खाते का पैसा किसी भी डाक घर से निकाल सकेंगे । यह नई सुविधा अप्रैल 2020 से डाक घर में शुरू होगी ।

आईपीपीबी में यूपीआई लागू होने से इस बैंक के ग्राहक आईआरसीटीसी पोर्टल पर रेल टिकट का भुगतान कर सकेंगे और साथ ही अन्य दुकानों पर क्यूआर कोड स्कैन कर सेवा या उत्पाद का भुगतान कर सकेंगे । अधिकारी ने बताया कि आईपीपीबी फास्ट टैग रिचार्ज की सुविधा पर भी काम कर रहा है और संभवत: अप्रैल महीने से बैंक के ग्राहक अपने खाते से फास्ट टैग का रिचार्ज कर सकेंगे । इसके लिए आईपीपीबी के एप्लीकेशन पर ही फास्ट टैग रिचार्ज की सुविधा शामिल करने पर काम चल रहा है ।

यूपीआई से जोड़ने की तैयारी : यूपीआई एक त्वरित भुगतान प्रणाली है जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित किया गया है । यूपीआई व्यक्ति को दो पक्षों के बैंक खातों के बीच त्वरित धन अंतरण की सुविधा प्रदान करती है । आईपीपीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आगामी अप्रैल से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, यूनिफाइड यूपीआई से जुड़ जाएगा । इसके बाद आईपीपीबी के ग्राहक अपने खाते से किसी को भी भुगतान कर सकेंगे। इसके अलावा अन्य भुगतान सुविधाएं भी मिलेंगी ।

आधार से लेनदेन पर जोर : बैंकों के अलावा एप के जरिये भुगतान सुविधा देने वाली कंपनियां आधार से लेनदेन को बढ़ावा देने में लगी हैं । इसमें आईपीपीबी भी पीछे नहीं रहना चाहता है और इसका जोर आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर है । इससे ग्राहक अपने बैंक खाते का पैसा किसी भी डाक घर से निकाल सकते हैं, बशर्ते उसका खाता आधार से जुड़ा हो । एईपीएस के तहत ग्राहक किसी भी बैंक से पैसा अपने आईपीपीबी के खाते में भेज सकते हैं । एईपीएस का लाभ लेने के लिए उसके क्षेत्र में डाक घर होना जरूरी है ।

डाक घर में पांच साल की एफडी पर ब्याज 7.7 फीसदी
डाक घर विभिन्न प्रकार की बचत जमाओं पर बैंकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दे रहे हैं । डाक घर की पांच साल की एफडी पर ब्याज 7.7 फीसदी है । जबकि देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई पांच साल की एफडी पर महज छह फीसदी ब्याज दे रहा है ।

डाक घर की पांच साल की रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) पर ब्याज दर 7.2 फीसदी है जो बैंक की एफडी से करीब 1.2 फीसदी ज्यादा है । डाक घर पांच साल के राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर 7.9 ब्याज दे रहा है । जबकि किसान विकास पत्र (केवीपी) पर 7.6 फीसदी ब्याज दे रहा है ।

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