नई दिल्ली, 04 मई 2020, 21.55 hrs : लगभग तीन माह पहले काँग्रेस का हाथ छोड़ कर बीजेपी के साथ जाने वाले सिंधिया करेंगे घर वापसी ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक रहे मध्य प्रदेश सेवादल के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र यादव ने जानकारी दी है कि तीन माह में ही सिंधिया का भाजपा में दम घुटने लगा है । वे भाजपा में असहज महसूस कर रहे हैं । इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि वे काँग्रेस में वापसी करेंगे । ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश की काँग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ से ज्योतिरादित्य तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे । वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे या चाहते थे कि उन्हें राज्यसभा में भेज दिया जाए ।
अपनी इच्छा पूरी ना होती देख, नाराज़ होकर उन्होंने ने बीजेपी का दामन थाम लिया और अपने साथ काँग्रेस के 22 नेताओं (मंत्री और विधायक) को भी साथ ले गए । बहुत कम सीटों के अंतर से सरकार बनाने वाली काँग्रेस अल्पमत में आ गई और इसका फायदा उठा कर बीजेपी ने सरकार बना ली । इसबीच सिंधिया तो राज्यसभा सांसद बन गए पर उनके साथ बीजेपी प्रवेश किये विधायकों को अब होने वाले उओ चुनाव में टिकट के लाले पड़ गए ।
काँग्रेस छोड़ कर गए प्रेम चंद गुड्डू तो वापस काँग्रेस में आ गए पर बाकी विधायकों महसूस कर रहे हैं कि बीजेपी प्रवेश कर, वे न इधर के रहे न उधर के । सिंधिया की महत्वकांक्षा ने काँग्रेस का नुकसान तो किया ही साथ मे जनता के समय और पैसों का भी भारी नुकसान किया है । अब देखने वाली बात होगी कि क्या काँग्रेस आलाकमान अपने इस नासमझ ‘बेटे’ को वापस पार्टी में लगी ।