रायपुर, 20 अप्रैल 2020, 22.45 hrs : छत्तीसगढ़ में रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कदम उठया है । इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 11वीं और 12वीं के छात्रों को तकनीकि शिक्षा उनकी पसंद के अनुसार देने के निर्देश दिए हैं । इसके पाठ्यक्रम के लिए 10 दिनों में कार्ययोजना मांगी गई है ।
12वीं पास करने वाले छात्रों को आईटीआई के प्रमाणपत्र के साथ ही सरकार की सहयोगी कंपनियों में 6 माह की इंटर्नशिप करने का मौका भी मिलेगा ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रोजगार परक शिक्षा प्रदान करने के लिए की घाेषणा
सरकार की सहयोगी फर्मों को 6 माह की इंटर्नशिप कराना अनिवार्य : छात्रों को पढ़ाई के बाद बेहतर प्लेटफार्म देने के इंतजाम भी राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे हैं । राज्य सरकार को सामग्री प्रदान करने वाली फर्माें और निर्माण कार्याें के ठेकेदारों के लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण व आईटीआई प्रमाण पत्र प्राप्त विद्यार्थियों को 6 माह की इंटर्नशिप कराना अनिवार्य होगा । इसके लिए सरकार ने शासन के नियमों में इस प्रावधान को शामिल करने के लिए कहा है ।
पाठ्यक्रम बनाने के निर्देश : 10 दिन में मांगी योजना
मुख्यमंत्री बघेल ने इसके लिए आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के समन्वय से व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश स्कूल शिक्षा विभाग और तकनीकी शिक्षा विभाग दिए हैं । साथ ही कहा है कि योजना बनाकर 10 दिन में प्रस्तुत की जाए । सीएम बघेल ने कहा है कि इससे विद्यार्थियों में उनके चुने ट्रेड में कौशल का विकास हो सकेगा और काम मिलने में आसानी होगी ।
व्यावसायिक शिक्षा आगामी सत्र से की जाएगी शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का व्यावसायीकरण करने की बात देश में लंबे समय से की जा रही है । व्यावसायिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में भी शामिल किया गया है । वर्षाें की औपचारिक शिक्षा पूर्ण करने के बाद भी छात्रों को रोजगार नहीं मिल पाता है । इसका कारण स्कूलों में वर्कशाॅप व कुशल प्रशिक्षकों का अभाव है । ऐसे में आईटीआई के साथ समन्वय कर आगामी शैक्षणिक सत्र से कोर्स प्रारंभ किया जाए ।