JNU छात्रसंघ अध्यक्ष रहते सीताराम येचुरी ने इंदिरा गांधी के सामने पढ़ा था माफीनामा

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1975 में आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी दिल्ली पुलिस के साथ JNU में गईं और वहां CPI नेता सीताराम येचुरी को पिटवाया, जो उस वक्त छात्रसंघ अध्यक्ष थे ।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा के बाद उठी बहस थमने का नाम नहीं ले रही है । वहां बॉलीवुड अभिनेताओं-नेताओं के पहुंचने के बाद अब पुराने जमाने की बातें निकालकर भी शेयर की जाने लगी हैं । ऐसे ही एक और पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है ।

पोस्ट में एक तस्वीर के साथ लिखा गया है कि 1975 में आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी दिल्ली पुलिस के साथ JNU में गईं और वहां CPI नेता सीताराम येचुरी को पिटवाया, जो उस वक्त छात्रसंघ अध्यक्ष थे । उन्हें इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला गया और कहा गया कि उन्हें आपातकाल का विरोध करने के लिए माफी मांगनी पड़ेगी । येचुरी ने इंदिरा गांधी के सामने पर्चा पढ़ा ।

क्या है सच

आपातकाल के दौर सीताराम येचुरी के नेतृत्व में इंदिरा गांधी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए थे । सीताराम येचुरी की गिरफ्तारी भी हुई थी । आपातकाल के बाद चुनाव हारने के बाद भी वे JNU के चांसलर पद पर बनी रहीं । येचुरी के नेतृत्व में JNU से छात्रों का एक दल इंदिरा गांधी के घर गया और उनके सामने एक पर्चा पढ़ा ।

इस पर्चे में लिखा था कि प्रधानमंत्री रहते हुए आपातकाल के दौरान क्या क्या गलत हुआ । छात्रों ने मांग की कि वह चांसलर पद से इस्तीफा दें । नतीजतन इंदिरा गांधी को इस्तीफा देना पड़ा । यानी जिस कैप्शन के साथ यह तस्वीर शेयर की जा रही है वह झूठ है ।

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