रायपुर, 13 मार्च 2020, 00.15 hrs : छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा चुनावों के बाद अब सिर्फ़ निगम, आयोग और मण्डल बचते हैं जिनमे काँग्रेस के पदाधिकारियों, सदस्यों के अलावा नेताओं के करीबियों की नज़र है ।
2018 के विधानसभा चुनाव में काँग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही काँग्रेस के छोटे से बड़े सदस्यों को बहुत उम्मीद थी कि उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहीं ना कहीं adjust करेंगे । पर प्रमुख 3 चुनाव होने तक ये नियुक्तियां टलते जा रही थीं । सभी मे घोर निराशा का दौर चल रहा था । अब ये माना जा रहा है कि बचे हुए लोगों के दुख भरे दिन बीतेंग ।
निगम, आयोग और मण्डल में सभी नया चाह रहे हैं कि उनके लोगों को उपकृत किया जाए । निगम, आयोग और मण्डल हैं लगभग 150 से 200 और उम्मीदवारों की लाइन है लंबी । देखें किसे लालबत्ती मिलती है । वैसे अभी प्रमुख नामों में वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा, महंत रामसुंदर दास, रामगोपाल अग्रवाल, गुरमुख सिंह होरा, गिरीश देवांगन, अटल श्रीवास्तव के अलावा काँग्रेस और मुख्यमंत्री के कठिन दिनों के सहयोगी अजय साहू, शिव कुमार ठाकुर, सुशील आनन्द शुक्ला, के नाम चल रहे हैं वहीं महिलाओं में, प्रतिमा चंद्राकर, करुणा शुक्ला, किरणमयी नायक को भी जगह मिलनी चाहिए ।
चर्चा तो इदरीस गांधी, गजराज पगारिया, डॉ. राकेश गुप्ता, सुभाष धुप्पड़, गोपाल थवाईत, अमित पांडे गोरेलाल बर्मन के अलावा सतनामी समाज के गुरु बालकदास के नामों की है ।
देखना होगा कि मुख्यमंत्री किस पर मेहरबान होते हैं । पर इससे पहले की लोगों के सब्र का बांध टूट, अब निगम, आयोग और मण्डल में सभी को उपयुक्त स्थान देना ज़रूरी होता जा रहा है ।