बिलासपुर, 30 अगस्त 2020, 7.45 पम : बिलासपुर के चकरभाठा में बन रहे एयरपोर्ट पर रविवार को रतनपुर के मां महामाया मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर संबंधी निर्णय लेने के लिए बैठक आयोजित की गई ।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन में बिलासपुर में बनने वाले एयरपोर्ट का नामकरण मां महामाया के नाम पर महामाया हवाई अड्डा करने की मांग की जायेगी । लंबे प्रयासों के बाद बिलासपुर को अपना एयरपोर्ट मिलने जा रहा है ।
देश के अधिकांश हवाई अड्डे का नाम किसी बड़े नेता के नाम पर रखा जाता है । लेकिन क्षेत्र में जन आस्था को ध्यान में रखते हुए, करीब 700 वर्ष तक प्राचीन राजधानी रही रतनपुर की मौजूद मां महामाया देवी के प्रति आस्था जताते हुए उनके आशीर्वाद से मिल रहे इस सौगात का नामकरण सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी के नाम पर करने की मांग महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट रतनपुर की कार्यकारिणी की बैठक में ली गई है ।
मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करते हुए आगामी दिनों में इस आशय का प्रस्ताव पारित करने का आवेदन किया गया है । बिलासपुर- रतनपुर क्षेत्र में अधिकांश प्रतिष्ठानों का नामकरण मां महामाया को ही समर्पित है । मां महामाया को अंचल की अधिष्ठात्री देवी कहा जाता है, इसलिए चकरभाटा में बन रहे हवाई अड्डे का नामकरण मां महामाया के नाम पर रखने से बेहतर विकल्प कोई दूसरा हो ही नहीं सकता । अगर राजनीतिक अड़चन ना आई तो संभव है कि जन आस्था को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया जाए वही मुमकिन है कि अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति इसके आड़े आ सकती है ।