जयपुर, 14 जुलाई 2020, 13.25 hrs : राजस्थान में चल रही उठापटक में अंततः राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पड़ से हटा दिया गया है ।
विश्वेन्द सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रीमण्डल से हटाया गया है । बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को बहुत समय इस कोशिश में थे कि सचिन अपने निर्णय को बदलकर पार्टी की मीटिंग में शामिल हों । पर उनके नहीं मानने पर आखिरकार, उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है ।
इस बीच दिल्ली से आलाकमान ने महासचिव प्रियंका गांधी को सचिन पायलट से बात करने की ज़िम्मेदारी दी । सचिन और प्रियंका में बात नहीं बनी । जिससे मजबूरी में पायलट को उनके सभी पदों से हटा दिया गया ।
अब इस बड़ी और कड़ी कार्यवाही के बाद ये समझ आ रहा है कि अभी भी उनके लिए क्या रास्ता बचता है ? हो सकता है वो अपने 18 विधायकों के साथ, एक नई पार्टी बना लें ! काँग्रेस में अब उनके साथ साथ इन 18 विधायकों का भविष्य भी पायलट के साथ जुड़ा है ।
वैसे पायलट और ज्योतिरादित्य दोनों ही काँग्रेस आलाकमान और राहुल, प्रियंका गाँधी के बहुत करीबी माने जाते हैं । इसके बाद भी इन दोनों का ये बड़ा कदम क्या संदेश देता है, इसपर लोग लोग बड़ी मुखरता से चर्चा कर रहे हैं ।