भोपाल, 9 मार्च 2020, 20.30 hrs : 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भले ही सरकार काँग्रेस की बनी पर बहुमत के बहुत नज़दीक बीजेपी भी है । सँख्या के अनुसार बीजेपी सिर्फ़ 2/4 विधायकों से पिछड़ी हुई है । और इसीलिए बीजेपी, काँग्रेस सरकार को डांवाडोल करने के हर पैतरे, शुरू से ही सतत आजमाए जा रही है ।
अभी मध्यप्रदेश की राजनीति में काँग्रेस बहुत ही संकट में दिख रही है । एक तरफ बीजेपी के शिवराज सिंह देर रात अमित शाह और जेपी नड्डा से मिलने वाले हैं वहीं काँग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया रात 9.30 बजे आलाकमान सोनिया गांधी से मिलने वाले हैं ।
दोनों दलों के नेताओं का अपने मुखिया से मिलने से ये स्पष्ट है कि सब कुछ ठीक नहीं है । ज्योतिरादित्य, काँग्रेस नेतृत्व के लगातार अनदेखी पर नाराज़ चल रहे हैं और कांग्रेस की वर्तमान स्थिति के लिए बहुत हद तक वो ज़िम्मेदार दिख रहे हैं । आशंका यह भी हो सकती है कि यदि उनकी सुनवाई नहीं होती है तो वो कुछ विधायकों के साथ अलग पार्टी भी बना सकते हैं । सूत्रों से जानकारी मिली है कि सिंधिया समर्थक 19 विधायक, बेंगलुरु के वाइट फील्ड एरिया में हैं और सिंधिया के इशारे का इंतज़ार कर रहे हैं ।
अटकलें है कि सिंधिया को बड़ी जिम्मेदारी देने की बात चल रही है । उन्हें डिप्टी मुख्यमंत्री के साथ साथ राज्यसभा सांसद बनाने की बात निकल कर आ रही है ।
मध्यप्रदेश के बड़े-बड़े नेता, सभी काँग्रेस नेतृत्व के लिए सिरदर्द बने हुए हैं जिसका पूरा फायदा बीजेपी उठा सकती है । बीजेपी अपने तमाम विधायकों को कल, होली के महत्वपूर्ण त्योहार के दिन भी दिल्ली में हाजिरी लगने वाली है । इधर पता चला है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ देर रात कैबिनेट की बैठक लेने वाले हैं ।