रायपुर, 5 अप्रैल 2021, 12.05 hrs : जगदलपुर और बिलासपुर में विमानसेवा शुरु होने के बाद अब अंबिकापुर के दरिमा हवाई अड्डा से भी विमान सेवा शुरु कर रही है राज्य सरकार ।
विमानसेवा शुरु होने से पहले ही अंबिकापुर की जनता को राज्य सरकार ने सौगात देते हुए इस हवाई अड्डे का नया नामकरण कर दिया है । अब यह हवाई अड्डा नवरात्रि के पहले दिन से मां महामाया हवाई अड्डा के नाम से जाना जाएगा । विमानन विभाग ने इसका आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से बदले नाम के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है ।
अम्बिकापुर से करीब 12 किलोमीटर दूर दरिमा में बना यह हवाई अड्डा अभी सक्रिय नहीं हैं । यहां अभी केवल चार्टर्ड विमान ही उतर सकते हैं । नागरिक उड्डयन के महानिदेशक की ओर से अभी इस हवाई अड्डे को 2-सी कैटगरी का ही लाइसेंस मिला हुआ है । ऐसे में सरकार इसके लिए 3-सी लाइसेंस हासिल करने की पूरी कोशिश लगी हुई है । पिछले वर्ष हवाई अड्डे के रनवे को 2100 मीटर लंबा करने के लिए 47 करोड़ रुपये जारी हुये हैं ।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत कई बार इसके लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पत्र व्यवहार कर चुके हैं । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय उड्डयन मंत्री के सामने अम्बिकापुर से हवाई सेवा शुरू कराने की मांग रख चुके हैं ।
इस हवाई अड्डे का नाम माता महामाया के नाम पर करने के लिए पिछले दिनों अंबिकापुर से पहुंचे प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मांग की थी । आज उनकी मांग पूरी हो गई और राज्य सरकार ने सरगुजा राज परिवार की कुलदेवी माँ महामाया के नाम हवाई अड्डे का नामकरण कर दिया । विमानन विभाग ने इसका आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से बदले नाम के इस्तेमाल को मंजूरी भी प्रदान कर दी हैं ।
इस नए नामकरण के साथ प्रदेश में मौजूद चार हवाई अड्डों का नामकरण पूरा हो गया । रायपुर हवाई अड्डे को स्वामी विवेकानंद का नाम दिया गया है । यह स्वामी विवेकानंद के रायपुर में बिताये दिनों की स्मृतियों के लिये है । जगदलपुर हवाई अड्डे को बस्तर की आराध्य देवी माता दंतेश्वरी का नाम दिया गया है । वहीं बिलासपुर के चकरभाठा हवाई अड्डे को बिलासा बाई केवट के नाम से जाना जा रहा है ।