कल, 17 दिसम्बर 2020 को छत्तीसगढ़ सरकार के दो साल पर होंगे । वैश्विक महामारी कोरोना का भी एक साल पूरा होगा ।
इन दो सालों में छत्तीसगढ़ की काया ही बदल गई । छत्तीसगढ़िया बहुत ही सीधे-सादे, भोले-भाले होते हैं । राज्य की जनता ने, काँग्रेस पर विश्वास जताते हुए, 15 साल की बीजेपी सरकार को बदल दिया और काँग्रेस नेतृत्व ने भूपेश बघेल पर अपना विश्वास जताते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया ।
इन दो सालों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बहुत ही सही तरीके से, मुख्यमंत्री पद का निर्वहन करते हुए, छत्तीसगढ़िया माहौल वापस ला दिया है । राजनीतिक तौर पर भूपेश सरकार ने अपने ऊपर, कांग्रेस नेतृत्व के विश्वास को बड़ी चुनौती और ज़िम्मेदारी से निभाया ।
पिछले एक साल से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को भी मात देते हुए दुनिया में साबित कर दिया है कि यदि ठान लो तो कोई भी काम कठिन नही है । भूपेश सरकार ने प्रदेश के रहन-सहन, सरकारी और निजी नौकरी, व्यवसाय और उद्योगों पर महामारी का संकट नही आने दिया ।
बीजेपी सरकार ने 15 सालों में जो प्रदेश का स्वरुप ही बदल दिया था उसे फ़िर से भूपेश बघेल ने इन दो सालों में ही, वापस लौटने का काम किया है ।
राज्य की संस्कृति, परम्परा, तीज-त्योहार सब तो मिल गये भूपेश राज्य में । भगवान राम का ननिहाल छत्तीसगढ़, भगवान श्रीकृष्ण का ससुराल छत्तीसगढ़, सब तो फ़िर से याद आ गया प्रदेश के वासियों को ।
विकास का ये मतलब तो नही हो सकता कि हम अपनी पुरानी परम्पराओं को भूल जाएं । विकास का मतलब सिर्फ यह नहीं होता है कि दिखावे के लिये बड़ी बड़ी सड़के, बड़े ब्रिज, बेमतलब के तथाकथित उद्योग और व्यवसाय तय किये जायें ??? ये अब तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं और भूपेश सरकार इन्हें दोबारा बनान रही है…
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लौटाये गए छत्तीसगढ़ को अब कौन भुला सकता है भला ? बधाई मुख्यमंत्री, बधाई भूपेश बघेल… अपने इतिहास रच दिया…